1. वानस्पतिक रत्न :
यह विशेष वृक्षों की जड़ व तने से प्राप्त होते है।
जैसे – कहरूवा, अश्मीभूत आदि ।
2. पाषाण रत्न :
चट्टानों, शिलाखण्डों, खानों तथा नदियों से प्राप्त रत्न पाषाण रत्न कहलाते हैं।
जैसे – हीरा, नीलम, माणिक्य, अकीक आदि ।
3. जैविक रत्न :
जलीय जीवों से प्राप्त रत्न जैविक रत्न होते हैं।
जैसे – मोती, हाँती दांत, सीप आदि ।