कुंडली में शुक्र ग्रह प्रतिकूल हो तो शुक्र ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए उपाय –
दान –
शुक्र ग्रह की शान्ति के लिये चित्रित सुन्दर वस्त्र, चावल, घी, स्वर्ण, धन, हीरा, सुगन्धित दिव्य पदार्थ तथा श्रृंगार-सामग्री एवं सवत्सा श्वेत गौ [स्फटिक, कपूर, शर्करा, मिश्री एवं दही इत्यादि] का दान करना चाहिये ।
रत्न –
हीरा रत्न शुक्र को बलवान बनाने के लिए धारण किया जाता है हीरा रत्न रंगहीन तथा साफ़ पानी की तरह दिखता हैं ।
शुभ प्रभाव – सांसरिक सुख-सुविधा, ऐश्वर्य, मानसिक प्रसन्नता प्रदान करता है ।
धारण – हीरा रत्न को दायें हाथ की मध्यमा उंगली में शुक्रवार को धारण करना चाहिए ।
व्रत –
शुक्र का व्रत 21 शुक्रवारों तक करना चाहिये । श्वेत वस्त्र धारण करना चाहिये । भोजन में चावल, चीनी, दूध, और घी से बने पदार्थ का भोजन करे । इसे करने से सुख-सौभाग्य और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है ।
मंत्र –
- वैदिक मन्त्र (जप संख्या – 16000)
ॐ अन्नात्परिस्त्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत् क्षत्रं पय: सोमं प्रजापति:। ऋतेन सत्यमिन्द्रियं विपानं शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयोऽमृतं मधु।।
2. बीज मंत्र (जप संख्या – 16000)
ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः
3. मूल मंत्र (जप संख्या – 16000)
ॐ शुक्राय नमः
4. तांत्रिक मंत्र (जप संख्या – 16000)
ॐ शुं शुक्राय नमः
5. पौराणिक मंत्र (जप संख्या – 16000)
हिमकुंदमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् । सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम् ॥
पूजन –
शुक्र ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए उदुम्बर की पूजा की जाती है ।
यन्त्र –
शुक्रयन्त्रम्
रुद्राङ्गविश्वा रविदिग्गजाख्या नगामनुश्चाङ्कक्रमाद्विलेख्याः । भृगोः कृतारिष्टविनाशनाय धार्यं हि यन्त्रं मुनिना प्रकीर्तितम् ॥
11 | 6 | 13 |
12 | 10 | 8 |
7 | 14 | 9 |