पहचान | विशाखा नक्षत्र पांच तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में तोरण के समान दिखाई देता हैं । |
नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रह | ती तू ते तो मंगल शुक्र बुध चन्द्र |
दिशा | पूर्व |
देवता | इन्द्राग्नी |
स्वामी गृह | गुरु |
स्वामी गृह दशा | 16 वर्ष |
शुभाशुभ | अशुभ |
तत्त्व | ती तू ते – वायु तो – जल |
नक्षत्र गण | राक्षस |
नक्षत्र संज्ञा | मिश्र साधा |
वृक्ष | नागकेसर |
वर्ण | ती तू ते – शुद्र तो – विप्र |
योनी | व्याघ्र |
योनी वैर | गौ |
गुण | सत्वगुण |
नाड़ी | अन्त्य |
राशि | ती तू ते – तुला तो – वृश्चिक |
नक्षत्र राशी स्वामी | ती तू ते – शुक्र तो – मंगल |
लिंग | नपुंसक |
जाति | चांडाल |
वश्य | ती तू ते – द्विपद नर तो – कीट |
प्रभावित अंग | वक्षस्थल |