प्रश्न समय का इष्टकाल बना कर प्रश्नकुण्डली, ग्रहस्पष्ट, भावस्पष्ट, नवमाश कुण्डली और चलित कुण्डली बना कर प्रश्न के लाभ-हानि, शुभ-अशुभ का विचार करना चाहिए।
प्रश्न लग्न में
चर राशि हो बलवान् लग्नेश और बलवान् कार्येश शुभग्रहों के साथ हो शुभग्रहों से दृष्ट हो 1,4,5,7,9,10, स्थानी में हो
तो प्रश्नकर्ता जिस कार्य के सम्बन्ध में पूछ…