सुगन्धा ब्राह्मणी भूमी रक्तगन्धा तू क्षत्रिया। मधुगन्धा भवेदद्वैश्या मद्यगन्धा च शूद्रिका ।।
सुगंधयुक्त भूमि ब्राह्मणी, रक्त की गंध वाली भूमि क्षत्रिया, धान्य की सुगंध वाली वैश्या एवं मद्यगंधयुक्त भूमि शूद्रा कहलाती है ।
ब्राह्मणी भूमि :
सुगंधयुक्त, सफेद रंग की मिट्टी वाली मधुर रसयुक्त, कुश घास से युक्त ।
क्षत्रिया भूमि :
रक्तगंधा, लाल रंग की मिट्टी वाली, कषाय रसयुक्त, मुंज घास से युक्त ।
वैश्य भूमि :
शस्यगंधा (धान्य), हरे रंग की मिट्टी वाली, आम्ल रसयुक्त (खट्टा), कुश काशयुक्त ।
शूद्रा भूमि :
मद्य गंध, काले रंग की मिट्टी वाली, कटु रस वाली, सब प्रकार के घास से युक्त ।