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एकमुखी रुद्राक्ष

एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् रूप से महादेव का अवतार माना गया हैं।

दो मुख रुद्राक्ष

दो मुखी रुद्राक्ष को पार्वती-शिव का अवतार माना गया हैं।

तीन मुखी रुद्राक्ष

तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्नि का रूप माना गया हैं।

चार मुखी रुद्राक्ष

चार मुखी रुद्राक्ष को पितामह ब्रह्मा का साक्षात् रूप स्वीकार किया गया हैं।

पांच मुखी रुद्राक्ष

पांच मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् शिव का अवतार माना गया हैं।

छ मुखी रुद्राक्ष

छ मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् महादेव पुत्र कार्तिकेय का रूप माना हैं।

सात मुखी रुद्राक्ष

सात मुखी रुद्राक्ष को मुनियों ने अनंत नाम दिया हैं।

आठ मुखी रुद्राक्ष

आठ मुखी रुद्राक्ष को गणेश जी का रूप माना गया हैं।

नव मुखी रुद्राक्ष

नव मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् भैरव देवता का स्वरुप बताया गया हैं।

दशमुखी रुद्राक्ष

दशमुखी रुद्राक्ष को पृथ्वी पालक श्री विष्णु का रूप माना गया हैं।

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

जिस प्रकार आसमान में चंद्रमा तथा तारे निवास करते हैं, उसी प्रकार यह ग्यारह  मुखी रुद्राक्ष भगवान् महादेव के मुख में निवास करता हैं।

बारहमुखी रुद्राक्ष

बारहमुखी रुद्राक्ष को सूर्य के समान माना गया हैं।

तेरह मुखी रुद्राक्ष

तेरह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् इंद्र का स्वरुप माना गया हैं।

चौदह मुखी रुद्राक्ष

चौदह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् हनुमान जी का अवतार माना गया हैं।

                    

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