1. मेष- वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता है।
मंगल मकर राशि में 28 अंश तक उच्च रहता है।
मंगल कर्क राशि में 28 अंश तक नीच रहता है।
2. वृष- तुला राशि का स्वामी शुक्र होता है।
शुक्र मीन राशि में 27 अंश तक उच्च रहता है।
शुक्र कन्या राशि में 27 अंश तक नीच रहता है।
3. कन्या-मिथुन राशि का स्वामी बुध होता है।
बुध कन्या राशि में 15 अंश तक उच्च रहता है।
बुध मीन राशि में 15 अंश तक नीच रहता है।
4. कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा होता है।
चन्द्रमा वृष राशि में 3 अंश तक उच्च रहता है।
चन्द्रमा वृश्चिक राशि में 3 अंश तक नीच रहता है।
5. सिंह राशि का स्वामी सूर्य होता है।
सूर्य मेष राशि में 10 अंश तक उच्च रहता है।
सूर्य तुला राशि में 10 अंश तक नीच रहता है।
6. धनु-मीन राशि का स्वामी बृहस्पति होता है।
बृहस्पति कर्क राशि में 5 अंश तक उच्च रहता है।
बृहस्पति मकर राशि में 5 अंश तक नीच रहता है।
7. मकर-कुम्भ राशि का स्वामी शनि होता है।
शनि तुला राशि में 20 अंश तक उच्च रहता है।
शनि मेष राशि में 20 अंश तक नीच रहता है।
8. राहु की स्वराशि नहीं होती है।
राहु मिथुन राशि में उच्च रहता है
राहु धनु राशि में नीच रहता है।
9. केतु की स्वराशि नहीं होती है।
केतु धनु राशि में उच्च रहता है
केतु मिथुन राशि में नीच रहता है