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शतभिषा नक्षत्र

पहचानशतभिषा नक्षत्र 100 तारों से मिलकर बना होता हैं । यह आकार में वृत के समान सिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहगो        सा       सी        सू गुरु      शनि     शनि     गुरुदिशादक्षिणदेवता स्वामी गृहराहुस्वामी गृह दशा18 वर्षशुभाशुभशुभतत्त्ववायुनक्षत्र गणराक्षसनक्षत्र संज्ञाचर        चल  वृक्षकदम्बवर्णशुद्रयोनीअश्वयोनी वैरमहिषगुणतमोगुणनाड़ीआदिराशिकुंभनक्षत्र राशी…

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धनिष्ठा नक्षत्र

पहचानधनिष्ठा नक्षत्र पांच तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में मृदंग के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहगा        गी        गू         गे सूर्य       बुध      शुक्र     मंगलदिशापूर्वदेवतावसुस्वामी गृहमंगलस्वामी गृह दशा7 वर्षशुभाशुभशुभतत्त्वगा             गी – भूमि               गू               गे – वायु  नक्षत्र गणराक्षसनक्षत्र संज्ञा  चर    …

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श्रवण नक्षत्र

पहचानश्रवण नक्षत्र तीन तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में बाण के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहखी        खू       खे        खो मंगल   शुक्र    बुध      चन्द्र   दिशाउत्तरस्वामी गृहचन्द्रस्वामी गृह दशा10 वर्षशुभाशुभवृद्धितत्त्वभूमिनक्षत्र गणदेवनक्षत्र संज्ञाचर      चलवृक्षगूलरवर्णवैश्ययोनीवानरयोनी वैरमेष…

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उत्तराषाढ़ नक्षत्र

पहचानउत्तराषाढ़ नक्षत्र दो तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में मंच के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहभे     भो       ज         जी गुरु   शनि    शनि       गुरुदिशादक्षिणदेवताविश्वेदेवास्वामी गृहसूर्यस्वामी गृह दशा6 वर्षशुभाशुभवृद्धितत्त्वभो            ज            जी – अग्नि       भे – अग्निनक्षत्र गणनरनक्षत्र संज्ञाध्रुव स्थिरवृक्षकटहलवर्णभो            ज            जी – वैश्य          भे…

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पूर्वाषाढ़ नक्षत्र

पहचानपूर्वाषाढ़ नक्षत्र 2 तारों से मिलकर बना हैं । यह आकृति में हाथी दांत के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहभू         ध        फ           ढ सूर्य      बुध     शुक्र      मंगलदिशापूर्वदेवताजलस्वामी गृहशुक्रस्वामी गृह दशा20 वर्षशुभाशुभहानितत्त्वअग्निनक्षत्र गणनरनक्षत्र संज्ञाउग्र    क्रूरवृक्षबेंतवर्णक्षत्रिययोनीवानरयोनी वैरमेष (मेढ़ा)गुणरजोगुणनाड़ीमध्यराशिधनुनक्षत्र राशी स्वामीगुरुलिंगपुरुषजातिब्राह्मणवश्यद्विपद नरप्रभावित अंगपीठ पंडित पवन कुमार शर्मा

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मूल नक्षत्र

पहचानमूल नक्षत्र 11 तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में सिंह की पूंछ के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रह ये       यों       भ        भी …

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ज्येष्ठा नक्षत्र

पहचानज्येष्ठा नक्षत्र 3 तारों से मिलकर बना हैं । यह आकार में कुंडल के समान दिखाई देता हैं ।नक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहनो       या       यी          यू गुरु      शनि    शनि     गुरुदिशापश्चिमदेवताइंद्रस्वामी गृहबुधस्वामी गृह दशा17 वर्षशुभाशुभक्षयतत्त्वजलनक्षत्र गणराक्षसनक्षत्र संज्ञातीक्ष्ण   दारूवृक्षलोंधवर्णविप्रयोनीमृगयोनी वैरश्वानगुणसत्वगुणनाड़ीआदिराशिवृश्चिकनक्षत्र राशी स्वामीमंगललिंगनपुंसकजातिकृषकवश्यकीटप्रभावित अंगदाया भाग पंडित पवन कुमार शर्मा

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अनुराधा नक्षत्र

पहचानअनुराधा नक्षत्र 4 तारों से मिलकर बना हैं । यह आकृति में जलधारा के समान दिखाई देता हैंनक्षत्र के चरण एवं चरण स्वामी ग्रहना     नी      नू      ने सूर्य   बुध    शुक्र    मंगलदिशादक्षिणस्वामी गृहशनिस्वामी गृह दशा19 वर्षशुभाशुभशुभतत्त्वजलनक्षत्र गणदेवनक्षत्र संज्ञामृदु मैत्रवृक्षनागकेसरवर्णविप्रयोनीमृगयोनी वैरश्वानगुणतमोगुणनाड़ीमध्यराशिवृश्चिकनक्षत्र राशी स्वामीमंगललिंगनपुंसकजातिशुद्रवश्यकीटप्रभावित अंगउदर पंडित पवन कुमार शर्मा

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