अष्टक वर्ग के अनुसार भाग्योदय दिशा या अनुकूल दिशा का ज्ञान किया जाता है।
सभी राशियों की दिशाएँ होती है जैसे -
मेष, सिंह, धनु - पूर्व दिशा
मिथुन, तुला, कुम्भ - पश्चिम दिशा
कर्क वृश्चिक, मीन- उत्तर दिशा
सर्वाष्टक वर्ग के अनुसार उपरोक्त राशियों का दिशाओं के अनुसार योग करे।
इस प्रकार…
कुण्डली मिलान में निम्न बिन्दुओ का विचार किया जाता है -
① गुण मिलान
② ग्रह मिलान
③ भाव या राशि मिलान
④ मांगलिक दोष, संतान, आयुविचार इसके साथ-साथ अष्टक वर्ग से भी मिलान करना चाहिए।
अष्टक वर्ग से कुण्डली मिलान के चरण -
वर-कन्या की राशि देखें
जैसे-
वर…