हाथ और अंगुलियों की बनावट और आकार से जातक के स्थिर फलादेश होते है जैसे व्यक्ति की सोच, मानसिक स्थिती, गुन-अवगुण क्रियाशीलता, आलस्य, शारीरीक शाक्ति या शारीरीक कमजोरी. शारीरीक या मानसिक स्थिती, वंशानुगत विशेषताएँ या कमीयाँ, व्यक्ति के सांसारिक आध्यात्यिक आचरण, जीवन में धनार्जन शारीरीक परिश्रम या मानसिक परिश्रम से प्राप्त करेगा
हाथों के प्रकार…