सबसे प्रकाशमान ग्रह सूर्य है। अन्य सभो ग्रह सूर्य के ही प्रकाश से प्रकाशमान होते है।
सूर्य के समीप जब कोई ग्रह आ जाता है तो उसकी ज्योति विलीन हो जाती है अर्थात् वह ग्रह अस्त हो जाता है।
चन्द्रमा - सूर्य के 12 अंश के भीतर आता है तो वह अस्त होता है।
मंगल…
मनुष्य के जीवन में गृह निर्माण का विशेष महत्त्व होता है, अतः अत्यन्त सावधानी के साथ गृह निर्माण कराना चाहिये।
स्थान-चयन
गृह-निर्माण के लिये प्रथम स्थान का चयन एवं गृहकर्ता के लिये उसकी अनुकूलता पर विचार करना चाहिये।
जिस ग्राम, कालोनी आदि में गृह का निर्माण कराना हो, उस स्थान की राशि गृहकर्त्ता के नाम…
मनुष्य के जीवन में गृह निर्माण का विशेष महत्त्व होता है, अतः अत्यन्त सावधानी के साथ गृह निर्माण कराना चाहिये।
दिशा-निर्धारण
गृह-निर्माण के लिये दिशा-निर्धारण एवं गृहकर्ता के लिये उसकी अनुकूलता पर विचार करना चाहिये।
वास्तु शास्त्र में राशि एवं वर्ग के अनुसार निषिद्ध दिशा का उल्लेख प्राप्त होता है। वृष, सिंह, मकर और मिथुन…
सुगन्धा ब्राह्मणी भूमी रक्तगन्धा तू क्षत्रिया।
मधुगन्धा भवेदद्वैश्या मद्यगन्धा च शूद्रिका ।।
सुगंधयुक्त भूमि ब्राह्मणी, रक्त की गंध वाली भूमि क्षत्रिया, धान्य की सुगंध वाली वैश्या एवं मद्यगंधयुक्त भूमि शूद्रा कहलाती है ।
ब्राह्मणी भूमि :
सुगंधयुक्त, सफेद रंग की मिट्टी वाली मधुर रसयुक्त, कुश घास से युक्त ।
क्षत्रिया भूमि :
रक्तगंधा, लाल रंग की…
उच्च ग्रह
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